मैं और मेरा मौन
Friday, April 23rd, 2021मैं और मेरा मौन मैं और मेरा मौन जब सम्मुख होता जीवन मेरा इक- इक पन्ना उद्धृत होता प्रज्ञा चक्षु टोह कर भीतर प्रदीप्त होता शाश्वत रचना की नींव प्रतिपादित करता मैं और मेरा मौन—जब सम्मुख होता!! प्रकाश पुंज नैन द्वार से प्रविष्ट होता समय के कटिबद्ध आलोकित करता पिघलते हुए दर्द की परछाईं हटाता […]