Archive for December, 2021

मूक क्रंदन

Thursday, December 9th, 2021

मूक क्रंदन (कहानी)       “कुछ चाय वाय पी हो कि नहीं?-सुबह उठते ही रियाज़ करने बैठ जाती हो बिटिया! “ दद्दा के पूछने पर मेरे हाथ की उंगलियां सितार के तारों पर वहीं रुक गईं और उनकी लाड़ भरी परवाह मुझे अभीभूत कर गई। मैंने उनकी भावनाओं को समझते हुए कहा , ” हम […]

प्रलोभन की मार

Thursday, December 9th, 2021

पैसे के प्रलोभन में फंस कर भारतीय सेना से गद्दारी करने का अंत!