Archive for January, 2015

धरा पे लिख दें हवा से कह.दें

Tuesday, January 20th, 2015

रिश्ते.कभी टूटा नहीं करते.

प्रिय कैसे रिझाऊं..?

Sunday, January 11th, 2015

Hpw to attract my beloved.

नन्ही चीखें

Sunday, January 11th, 2015

चारों ओर से तेज रोशनी का प्रकाश और लाल रंग का आधिपत्य ।उफ़ यह तो लाल खून है । दीवारों पर लाल छींटे तो धरा पर लाल -लाल बिखरा कीच । वहीं इस कीच के मध्य नन्हे -नन्हे नंग -धड़ंग ढेरों भ्रूण हैं और नवजात शिशु भी खून से लिपटे हाथ-पाँव मार -मार कर चीत्कार कर […]