मैंने उसको छुपा के…
Monday, October 1st, 2018बेनाम सी गहरी उदासी जब घिरी दिल के क़रीब इक बर्क़ सी लहराई जहाँ हसीन लम्हे थे इस ज़िदगी में दर्द़ो-ग़म का भी अपना मुक़ाम था * मिले-जुले वक़्त से तारी थी ज़िंदगी लम्हा हसीन था इक,मैंने उसे छुपा के सबकी नज़रों से बचा के,इक गोशे में बरसों से थपकियां दे सुलाए रखा है * […]