Archive for September 23rd, 2014

मुस्कानें

Tuesday, September 23rd, 2014

Wants to make happy everyone in he world.

स्तुतिगान हुआ तब क्षण का

Tuesday, September 23rd, 2014

रसमय काव्य निरख, बहुचर्चित गीत गुँजा शान्त मन चंचल हो झंकृत हुआ नवयौवन राग सुना, भँवरे ने पराग चुना मनमीत बना प्रियतम प्रिय का स्तुतिगान हुआ तब क्षण का|| अंतरंग मिलन मधुरिमा फैली किरणों ने स्वर्णिम आभा हर ली उज्जवलित बनी चादर मटमैली अभयदान हुआ मृत्यु पल का स्तुतिगान हुआ तब क्षण का || क्षणभंगुर […]