Thanks giving(धन्यवाद अर्पण )
Thanksgiving केनेडा और अमेरिका मे नैशनल holiday मनाया जाता है । कहते है कि इसमें ईश्वर से फसल रुपी आशीर्वाद मिलने पर उसे धन्यवाद दिया जाता है ।और आनेवाले वर्ष मे भी ऐसा ही सौभाग्य प्रॉप्त हो यह प्रार्थना की जाती है ।
केनेडा मे अक्टूबर के दूसरे सोमवार को प्रति वर्ष Thanksgiving मनाया जाता है।वहीँ
अमेरिका मे नवम्बर के चौथे वृहस्पतिवार को मनाया जाता है।
जिस प्रकार हम भारतीय ‘दशहरा’ और ‘ दिवाली’ अपनी पुरातन सँस्कृतिक धरोहर को का यम रखने के लिए सदियों से मनाते चले आ रहे है।उसी प्रकार अन्य देशों के त्यौहार भी अपने होने या मनाए जाने के पीछे कोई ना कोई कहानी से बँधे चले आ रहे हैं । अपनी साँस्कृतिक धरोहर को सँभाले हुए ।।
ऐतिहासिक तथ्य
सन् 1620 मे एक समुद्री बेडे़ मे’ Saints’ नाम से संबोधित होने वाले साधु और साथ ही कुछ भ्रमण प्रिय खोज के दीवाने (Adventurers) अमेरिका के मैसाचुसेटस राज्य के समुद्री
तट पर आ लगे थे । बहुत लम्बी यात्रा के कारण कुछ ही लोग बच पाए थे । वहाँ के गवर्नर विलियम ब्रैडफोर्ड ने उनके लिए ‘ Pilgrim colony ‘ स्थापित की थी । नवंबर सन् 1623
मे जब फसलें काटी गई और इकट्ठा की गई तो गवर्नर ने एक घोषणा की…
“सभी pilgrims अपनी बीवी और बच्चे लेकर पहाड़ी पर Meeting House मे इकट्ठा हो कर धर्म -प्रसारण सुनें । प्रभु ने हमें जो इतना सब कुछ प्रदान किया है , हमें उसका धन्यवाद देना है ।”
Thanks giving की यही वास्तविक कहानी प्रचलित है।
पहली नवम्बर1777 मे काँग्रेस के आदेश से National Thanks giving Day की घोषणा की गई। इस दिन Jesus के प्रति उसकी मेहरबानियो के लिए धन्यवाद दिया जाता है। और सदाशयता, सह्दयता से नमन कर हृदयोद्गार व्यक्त किए है । जिससे प्रभु राज्य मे सही दिशा, शाँति व खुशी वाले साम्राज्य की उन्नति के लिए प्रसन्न होगें । कई इसे क्रिसमस holiday season का आरम्भ मानते है ।
” A day of thanksgiving and Praise to our beneficent. Father who dwelleth in the heavens”_1863 मे इब्राहिम लिँकन ने भी हामी भरी । इसलिए पूरा अमेरिका प्रभु को उसके आशीर्वाद, उसकी दया की कृपा पूरे वर्ष भर पाने के उपलक्ष्य मे एक स्वर मे धन्यवाद देता है ।