Films n’Radio Programmes I did
कुछ फिल्मों में काम किया था | दबाव था कि ,आप मुम्बई में रहें , यह संभव नहीं था, क्योंकि मेरी प्राथमिकता मेरा परिवार था |खैर, ८० के दशक में शायद १९८८ में मैंने पहली फिल्म की |-
१–सन्-१९८८–पंजाबी फिल्म–“पुर्जा-पुर्जा कट मरे”
ड़ायरेक्टर-सुरेन्दर साहनी , मेन कास्ट-गुग्गू गिल और उपासना सिंग, शूटिंग –काहलों गाँव में हुई थी |
२–“खेड़ मुकदरां दे”–पंजाबी फिल्म
कास्ट-दारा सिंग आदि , शूटिंग-कपूर्थला में हुई थी |
३–“वारिस”–पंजाबी फिल्म
मेन कास्ट-गुग्गू गिल और सरबजीत मांगट , हीरो की माँ का रोल , शूटिंग-‘गोइंदवाल साहेब में हुई थी |
४–“पंछी”–पंजाबी फिल्म
मेहर मित्तल , यश शर्मा आदि , शूटिंग -बंगा + नवा शहर में हुई |
५–“असी तेरे कि लगदे”–पंजाबी फिल्म
सरस्वती कला मंदिर प्राँड़क्शन्स
निर्माता-बी.ड़ी शर्मा , निर्देशक-दीपक धीमाण
माँ का रोल
६–“फूलों की चुभन”, हिन्दी फिल्म
सन्धू प्राँड़क्शन्स , रोल-मास्टर जी की पत्नी (अधूरी)
७–“कोयल”-हिन्दी फिल्म (बौली वुड़ फिल्म)
संजय शर्मा प्रोड़्यूसर , गौतम शर्मा-ड़ायरेक्टर
मेन कास्ट–अरमान कोहली , देवयानी , सुरेश ओबेराँय , सईद जाफरी , राम मोहन , शम्मी , राजेन्द्रनाथ ,वीना विज , रमना वधावन ,स्वाति विज आदि
शूटिंग–चम्बा, खजियार और ड़लहौजी में हुई सन्-१९९२ में |
रेड़ियो-प्रोग्राम्सः-
१-सन्-१९९३में १९ अक्टूबर को–पंजाबी ड़्रामा , “अखियाँ”
२–सन्–१९९४ , में १५ मार्च को , हिंदी नैशनल ड़्रामा , “स्वप्न वासवदत्ता”
३–सन्–१९९४ में २४ जून को–हिन्दी नैशनल प्ले ” मालिया”
४–सन्–१९९६ में , ४ अप्रैल को–हिन्दी प्ले , “सूरज को आने दो ”
५–सन्–१९९७ में , २८ जून को , हिन्दी नैशनल प्ले , “ज्वालामुखी”
६–सन्-१९९९ में २३ फरवरी को , “काव्यधारा-प्रोग्राम ” में अपनी लिखी कविताएं पढीं |
७–सन्-२००१ में पुनः अपनी कविताएं अपने काव्य संग्रह ” सन्नाट्टों के पहरेदार” से पढ़ीं|
८–सन -२००५ में” एक खास शख्सियत में इंटरव्यूह दिया |
९–सन -२०१२ मेरे द्वारा लिखित ‘पिघलती -शिला ‘कथा-संग्रह से मेरी कहानी ” लाल ड्रैस सुनहरे जूते ” का रेडियो रूपांतर पेश हुआ |
१० — सन २०१५ में अपनी नई कहानी ” मोह के धागे “पढी |
बाकि प्रोग्राम्स का मेरे पास रिकाँर्ड़ नहीं मिला |शायद रेड़ियो -स्टेशन से मिलें |