Bharat desh mahaan
Saturday, December 29th, 2012A song in the glory of our country” BHARAT”
A song in the glory of our country” BHARAT”
In abroad Missing own country India and relatives on Diwali festival .
икона за подаръкहिन्दी निश्छल आत्मीयता आँचल में भर पल-पल प्रतिपल मुझमें समायी मेरी मातृभूमि हिन्दी की तरंगताल संवेदनाओं को अनुभूतियों में उकेरती | मौलिकता,सहजता,सरलता का शिल्प वैचारिक प्रतिबद्धताओं को देती विचार राष्ट्र्भाषा के उच्च पद पर आसीन हो समृद्ध बन अकण्ठ जीवन को देती विस्तार| मातृभूमि, मातृभाषा को नमन शत वार देस हो परदेस सदा […]
художници на икониकोई कलरिंग -किताब नहीं है बाल-मन जिसमें भर देंगे आप अपने मनचाहे रंग | उसके अन्तस से प्रस्फुटित होंगे रंग-बिरंगे सतरंगी नवरंगी ढेरों रंग | बहने दो ना रंगों की सरिता में उसे उभरने दो ना उसकी आत्मा में चाहत के रंग | बाल-सुलभ उड़ान को भर लेने दो बाँहों में आसमान फिर […]
The glass- bangles wanted to be adored but someone broken them with crueality.A vendor put the broken ones in his cladioscope and pleased the kids with the show.The broken -bangles now contented to pleased the lill kids.
свети минаПравославни икониचमन की बेतरतीब लुभावनी क्यारी दामन थामे बहार का खिलखिलाती ढेरों रंग-बिरंगे फूल इक साथ उगाती लगे, बागबान की मूढ़ बुद्धि दर्शाती नया जमाना, हर रंग चाहे अपनी क्यारी अस्तित्व की होड़ में टहनियाँ भिड़ जातीं अखंड़ भारत के गुल्शन में रहें सब साथ जात-पाँत की व्याधि ग़ार में ड़ुबाती छोटे-बड़े, अमीर-ग़रीब का […]
Its about WAQT or TIME,how it ruined me just because of your betrayal.
The wandering souls and the dark nights are always together.Without body the soul n without moon the nights are incomplete.They boldly dare to become sisters with the same type of grief n lackness.
When the Heart is tortured , the unvisible pains are felt throughout the body.
फ़िदा हुस्नो-जमाल पर तिरे ऐ मेहज़बीं दीदारे-हुस्न से सकूने-दिल चाहता हूँ.. भटकता कूए-यार में फिरूँ इश्को-सितम उठाना चाहता हूँ.. रफ्ता-रफ्ता निकल,सहरे-आगोशा को रस्मे-वफ़ा आजमाना चाहता हूँ.. दीवानग़ी में डूबकर मुर्शिद मेरे दस्तूरे-वफ़ा निभाना चाहता हूँ.. तेरी रुसवाई की ख़लिश है सीने में ख़लिश मरकर मिटाना चाहता हूँ.. सामने बैठो’वीणा’सरे-बज़्म तकते रहो क्योंकि,मौत भी मैं शायराना […]