हजारे के हाथ ,हम हैं साथ्!
समाज-सेवी अन्ना हजारे ने जो मुहिम छेड़ा है ,वह हम और आप सब के मन की आवाज़ है|भ्रष्टाचार के ख़िलाफ हम भी आवाज़ उठाना चाहते हैं| आज से नहीं सालों से|लेकिन चुपचाप घर में बैठ जाते हैं , रोकर या कुढ-कुढ़कर
बस अपने चार पहचान के लोगों से बातें करके मन की भड़ास निकाल लेते हैं |उठकर सामने नहीं आते हैं |
बोफर्स का मामला है या चारा-घोटाला, क्या हुआ? रोज़ की ख़बरों का यह एक हिस्सा बन चुकी हैं ख़बरें |हम सबको बधाई है कि आज यह आवाज़ बुलंद हुई है |फलस्वरूप एक विकट गिर गया है!!!!
चलिए हम सब प्रार्थना करें, यज्ञ करें—इस मुहिम की सफलता के लिए!!!!…………..वीणा विज ‘उदित्’