दरीचों से झाँकती धूप
Tuesday, November 27th, 2018अर्थ:- तबूला रासा-खाली स्लेट ( Latin Phrase) हिन्दी में “मासूम मन:स्थिति ” *-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-* दरीचों से झाँकती धूप मन के दरीचों पर जब यादों की चाँदनी बिखरती है, तब एहसास की आँखों में इक रेशमी सोच निखरती है… सोच…! जो ख़्वाहिशों का विस्तृत फैलाव है बीते हुए लम्हों का सुलगता अलगाव है रोशनी की नदी है,दरीचों […]