बिकाऊ कोख (लघु कथा)
Thursday, August 17th, 2017मुम्बई के मलाड की ओर मालावाड में झुग्गी, झोपड़ी मे रहने वाले गरीबों की बस्तियाँ बहुत हैं | जहाँ औरत की अस्मत के सौदों के अलावा राजनीति भी बिकाऊ है…और अब तो अजीबो-ग़रीब सौदे होते हैं | जी हाँ , पेट की करतीक्षुधा बुझाने की खातिर! घर के मर्द घर से सुबह-सवेरे निकल जाते हैं […]