Archive for May 23rd, 2017

इक बार

Tuesday, May 23rd, 2017

इक बार मोहब्बत हमें भी ढूंढ्ते-ढूंढते नामो-पता, रहगुज़र पूछने आई | चोरी-छुपे ना जाने कब दिल में समा चैन-ऑ-अमन उडाया नींदें भी उडाईं | वाबिस्ता नैनों से दिल की धडकन बढ़ा चिंगारी लगा, प्रेम-अगन देखने आई | अल्साई ही थी चाँदनी मोगरे के फूल पे कि बैरी भँवरे ने गुंजन से निंदिया उडा़ई| पाटल खुलते […]