वक्त की तपिश
Saturday, November 8th, 2014चार दिन हो गए थे बारिश रुकने का नाम नही ले रही थी । बिजली भी कभी आती , कभी चली जाती थी । जीवन अस्त व्यस्त हो गया था । दुकाने बंद ,स्कूल बंद, सारा कारोबार ठप हो गया था ।पानी के शोर में सब अवाजे विलीन हो गई थी ।बारिश का ऐसा कहर […]