भोर का तारा
Thursday, October 13th, 2011художници на икониकोई कलरिंग -किताब नहीं है बाल-मन जिसमें भर देंगे आप अपने मनचाहे रंग | उसके अन्तस से प्रस्फुटित होंगे रंग-बिरंगे सतरंगी नवरंगी ढेरों रंग | बहने दो ना रंगों की सरिता में उसे उभरने दो ना उसकी आत्मा में चाहत के रंग | बाल-सुलभ उड़ान को भर लेने दो बाँहों में आसमान फिर […]