हर पल अन्तिम पल
Sunday, July 29th, 2007सफर करने को चार जोड़ी कपड़े कुछ कागज़ कुछ किताबें मुश्किलों से बनवाए ढेरों गहनों के ढेर में से केवल चार एक घड़ी बस यही सामान साथ लिया है! घर छोड़ा निर्मोही बन सालों से जो जमा किया सारा सामान छोड़ दिया| आज यहाँ कल कहाँ न मालूम.. जहाँ रात हुई वहीं घर बन गया […]